चाह था उसको अपनी जिन्दगी की तरह उसने भी चाहा था मुझे अपनी आरजू की तरह !! पर ना जाने क्यू वफ़ा की जगह उसने बेवफ़ा कर दी शायद लूटाना था उसे अपनी आबरू हर जगह
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