पानी से तस्वीर कहा बनती हैं | ख्वाबों से तकदीर कहा बनती है || किसी से प्यार करो तो सच्चे दिल से ऐ दोस्त | क्योंकि ये जिंदगी फिर कभी कहा मिलती हैं ||
No comments:
Post a Comment