ख़ुशबू के जइसन आँगन आँगन बिखर गइलु । आंखियन के रस्ते दिल में उतरी गइलु ।। तोहर जिस्म जबसे नजरियन से छु लिहनी । हमहू निखरी गइनी तू हु निखरी गइलु ।।
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