कर द माफ़

चुप रहिके हमके सज़ा ना द ।

एह तरे हमरे चाहत के इंतहा ना ल ।।

कर द माफ़ अगर हमसे कौनो ख़ता हो गइल ।

काहे बाड़ू हमसे रुसल हमसे बता तू द।।
कर द माफ़ कर द माफ़ Reviewed by Digital Bane on October 16, 2016 Rating: 5

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